Eye Care Tips: मोतियाबिंद की परेशानी से बचने के लिए आपको आंखों की खास देखभाल करनी चाहिए। तो कौन सी जरूरी सावधानियां बरतकर आप रख सकते हैं अपनी आंखों को इस खतरनाक बीमारी से दूर। आइए जान लेते हैं इस बारे में।
मोतियाबिंद एक आम आँख की समस्या है, खास तौर पर 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में। हालाँकि, आधुनिक जीवनशैली की आदतें, प्रदूषण और स्क्रीन पर ज़्यादा समय बिताने की वजह से कम उम्र के लोगों में भी मोतियाबिंद के शुरुआती लक्षण दिखने लगे हैं। मोतियाबिंद तब होता है जब आँख का प्राकृतिक लेंस धुंधला हो जाता है, जिससे दृष्टि धुंधली या फीकी हो जाती है। सौभाग्य से, समय रहते देखभाल और सही आदतों से इस स्थिति को रोका जा सकता है या टाला जा सकता है।
Eye-Q Eye Hospital में, हम मानते हैं कि जागरूकता और समय पर हस्तक्षेप आजीवन आँखों के स्वास्थ्य को बनाए रखने की कुंजी है। यह लेख मोतियाबिंद को रोकने के लिए आवश्यक उपायों और मोतियाबिंद के उपचार को समझने के महत्व पर प्रकाश डालता है।
नई दिल्ली लाइफस्टाइल डेस्क। Eye Care Tips अपनी आंखों के सही देखभाल करने से आप बढ़ती उम्र में होने वाली कई सारी समस्याओं में से एक मोतियाबिंद के लक्षणों को भी काफी हद तक कम किया जा सकता है। मोतियाबिंद बादल वाले एरिया होते हैं जो आपकी आंख के लेंस के ऊपर बनते हैं। आपका लेंस आपकी आंख के सामने साफ, घुमावदार संरचना है जो आपको अलग-अलग दूरियों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। तो मोतियाबिंद की परेशानी से बचने के लिए आपको उठाने होंगे ये जरूरी कदम।
Also Read: Precautions After Cataract Operation
मोतियाबिंद से बचने के जरूरी उपाय
1. अपनी आंखों को धूप से बचाएं
सूरज की अल्ट्रावायलेट ( यूवी ) किरणें आपकी आंखों को नुकसान पहुंचा सकती है , जिससे मोतियाबिंद की प्रॉब्लम बीमारी हो सकती है। यूवी रेज़ ऑक्सीडेटिव डैमेज की वजह बनती हैं। जब ऐसा होता है, तो हानिकारक अणु जिन्हें फ्री रैडिकल कहा जाता है , आपके लेंस में प्रोटीन को बाधित कर सकते हैं और उन्हें आपस में जोड़ सकते हैं। तो इसका उपाय यह है कि जब आप धूप में बाहर हों तो धूप का चश्मा और टोपी पहनें। ज्यादा सुरक्षा के लिए, ऐसे चश्मे पहनें जो यूवीए और यूवीबी किरणों से 100% सुरक्षा प्रदान करते हों।
2. संतुलित आहार लें
फलों और सब्जियों की ज्यादा से ज्यादा मात्रा लें और प्रोसेस्ड फूड्स का कम से कम सेवन करें। जो सिर्फ आंखों के लिए ही नहीं ओवरऑल हेल्थ के लिए अच्छा होता है। मोतियाबिंद को रोकने के लिए संतुलित आहार लेना सबसे असरदार उपाय है। एंटीऑक्सीडेंट की खुराक सबसे ज्यादा फायदेमंद होती है।
3. अपनी आंखों को चोट से बचाएं
मोतियाबिंद होने की वजहों में आंखों की चोट भी शामिल है। खेल , स्वीमिंग या अन्य एक्टिविटीज के दौरान भी चश्मे पहनें इससे भी आंखों में चोट लगने की संभावनाओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
4. आंखों की नियमित जांच कराएं
आंखों को सही-सलामत बनाए रखने के लिए नियमित तौर से उनकी जांच करवाते रहना चाहिए खासकर जब आप बूढ़े हो रहे होते हैं। इससे अगर मोतियाबिंद या कोई और आंखों से जुड़ी समस्या है तो इसका समय रहते पता चल जाता है जिससे समय पर इलाज शुरू किया जा सकता है और उसके गंभीर होने की स्थिति या अंधापन को रोका जा सकता है।
मोतियाबिंद और जोखिम कारकों को समझें
मोतियाबिंद तब विकसित होता है जब आंख के लेंस में प्रोटीन एक साथ चिपकना शुरू हो जाते हैं, जिससे बादल वाले क्षेत्र बनते हैं। ये लेंस से गुजरने वाली रोशनी में बाधा डाल सकते हैं, जिससे दृष्टि हानि हो सकती है। उम्र बढ़ना इसका सबसे आम कारण है, लेकिन अन्य जोखिम कारकों में शामिल हैं:-
- अत्यधिक यूवी एक्सपोजर
- धूम्रपान और शराब का सेवन
- मधुमेह या उच्च रक्तचाप
- स्टेरॉयड का लंबे समय तक उपयोग
- मोतियाबिंद का पारिवारिक इतिहास
इन जोखिम कारकों के बारे में जागरूक होना प्रभावी रोकथाम की दिशा में पहला कदम है।
निष्कर्ष
उम्र के साथ मोतियाबिंद अपरिहार्य लग सकता है, लेकिन समय पर कार्रवाई, स्वस्थ आदतें और नियमित जांच से इसकी शुरुआत में देरी हो सकती है या इसकी गंभीरता कम हो सकती है। मोतियाबिंद को रोकने के लिए उपरोक्त उपायों का पालन करके, आप आज ही अपनी दृष्टि के स्वास्थ्य पर नियंत्रण पा सकते हैं।
यदि आप या आपके प्रियजन को दृष्टि संबंधी समस्याएँ हैं या मोतियाबिंद का निदान किया गया है, तो विशेषज्ञ परामर्श और देखभाल के लिए Eye-Q Eye Hospital के विशेषज्ञों पर भरोसा करें। मोतियाबिंद के शुरुआती निदान से लेकर उन्नत उपचार तक, Eye-Q Eye Hospital सुनिश्चित करता है कि आपकी दृष्टि सबसे अच्छे हाथों में है।