सर्दी एक खूबसूरत मौसम है लेकिन कई लोगों के लिए यह एक असहज समस्या, आँखों का चिड़चिड़ापन, लेकर आता है । ठंडी हवाएँ, low humidity, घर के अंदर हीटर और स्क्रीन पर लंबे समय तक काम करने से आपकी आँखों की प्राकृतिक नमी खत्म हो सकती है, जिससे उनमें खुजली, लालिमा या पानी आने जैसी समस्या हो सकती है। भारत में, खासकर उत्तर भारतीय क्षेत्रों में जहाँ सर्दियाँ ज़्यादा होती हैं, आँखें में नमी का कम हो जाना बहुत आम हो जाती हैं। अच्छी खबर यह है कि आप ज़्यादातर लक्षणों को बिना किसी नियमित दवा के प्राकृतिक रूप से नियंत्रित कर सकते हैं। Eye Q Eye Hospital के इस लेख में हम सर्दियों के महीनों में आपकी आँखों को नम रखने में मदद करने के लिए सरल, प्राकृतिक और प्रभावी उपायों के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा करेंगे है।
सर्दियों में आँखें क्यों सूख जाती हैं?
इससे पहले कि हम इसके उपाय जानें हमारे लिए यह यह जानना ज़रूरी है कि सर्दियों में ये समस्या क्यों होती है। ठंडी हवा गर्म हवा की तुलना में कम नमी रखती है। जैसे-जैसे तापमान गिरता है, humidity का स्तर काफ़ी कम हो जाता है। यह बदलाव आपकी आँखों की सतह को नम रखने वाले प्राकृतिक तरल पदार्थ की एक पतली परत – अश्रु फिल्म – को प्रभावित करता है। सर्दियों में इसके प्रमुख कारण इस प्रकार हैं:-
- कम humidity का स्तर – वातावरण शुष्क हो जाता है, और आपकी आँखों से नमी तेज़ी से वाष्पित हो जाती है, जिससे सूखापन होता है।
- घर के अंदर हीटिंग – रूम हीटर, ब्लोअर और एसी हीटर घर के अंदर की हवा को और शुष्क कर देते हैं, जिससे आँखों में जलन बढ़ जाती है।
- हवा के संपर्क में आना- ठंडी हवाएँ सीधे आँसुओं की परत पर असर डालती हैं, जिससे तेज़ी से वाष्पीकरण होता है और जलन होती है।
- स्क्रीन पर ज़्यादा समय बिताना- सर्दियों में लोग घर के अंदर रहना पसंद करते हैं, जिससे अक्सर मोबाइल और लैपटॉप का इस्तेमाल बढ़ जाता है। स्क्रीन पर लगातार देखते रहने से पलकें झपकने की आवृत्ति कम हो जाती है, जिससे आँखें सूख जाती हैं।
- पानी की कमी – सर्दियों में आपको प्यास भले ही न लगे, लेकिन आपके शरीर को पानी की ज़रूरत होती है। कम पानी पीने से आँसुओं का उत्पादन प्रभावित होता है।
इन कारणों को समझने से स्वाभाविक रूप से निवारक कदम उठाना आसान हो जाता है।
आँखों की नमी बढ़ाने के नेचुरल तरीके
नीचे हमने कुछ ज़रूरी नेचुरल तरीके बताए हैं जो आँखों की नमी को ज़्यादा देर तक बनाए रखने में मदद कर सकते हैं:-
1. पूरे दिन हाइड्रेटेड रहें
ड्राई आँखों से निपटने के लिए हाइड्रेशन सबसे आसान और प्राकृतिक तरीका है। आपके आँसू ज़्यादातर पानी से बने होते हैं। जब आपके शरीर में पानी की कमी होता है, फिर वो सिर्फ थोड़ा सा ही क्यों न हो आपके आँसू बनना कम हो जाते हैं। हाइड्रेशन बढ़ाने के टिप्स:
- रोज़ाना 7-8 गिलास पानी पिएँ।
- अगर सर्दियों में ठंडा पानी पीने में दिक्कत हो तो गर्म पानी या हर्बल टी का सेवन करें।
- अपनी डाइट में संतरे, स्ट्रॉबेरी, कीवी और खरबूजे जैसे हाइड्रेटिंग फल शामिल करें।
- अपने दिन की शुरुआत 1-2 गिलास गुनगुने पानी से करें।
हाइड्रेशन अंदर से काम करता है, आपके आँसुओं की क्वालिटी को बेहतर बनाता है और आँखों को नेचुरली नम रखता है।
2. आँखों को आराम देने के लिए गर्म पानी से सिकाई करें
सर्दियों में आँखों के सूखेपन के लिए गर्म सिकाई सबसे असरदार घरेलू नुस्खों में से एक है। यह आपकी पलकों पर मौजूद ऑयल ग्लैंड्स (मेइबोमियन ग्लैंड्स) को खोलने में मदद करता है। ये ग्लैंड्स प्राकृतिक तेल छोड़ते हैं जो आपके आँसुओं को जल्दी सूखने से रोकते हैं।
गर्म पानी से सिकाई कैसे करें
- एक साफ़ रूमाल लें।
- इसे गर्म पानी में डुबोएं (याद रहें पानी बहुत ज़्यादा गर्म नहीं हो)
- ज़्यादा पानी निचोड़ लें
- इसे अपनी बंद आँखों पर 5-10 मिनट के लिए धीरे से रखें
- सर्दियों में इसे दिन में दो बार दोहराएं
गर्म सिकाई न सिर्फ़ नमी देती है बल्कि खुजली, जलन और लालिमा को भी कम करती है।
3. बार- बार पलकें झपकाएं — खासकर स्क्रीन टाइम के दौरान
हममें से ज़्यादातर लोग हर मिनट लगभग 15–20 बार पलकें झपकाते हैं। लेकिन स्क्रीन इस्तेमाल करते समय हम सिर्फ 5–7 बार ही अपनी पलकें झपक पाते हैं। इससे सीधे तौर पर आंखों की सतह पर नमी कम हो जाती है।
20-20-20 का नियम बनाये
हर 20 मिनट में, 20 सेकंड के लिए 20 फ़ीट दूर किसी चीज़ को देखें। इससे आपकी आंखों को तरोताज़ा करने में मदद मिलती है और प्राकृतिक आंसू बनने लगते हैं।
कुछ महत्वपूर्ण आदतें
- बार बार पलक झपकाने को अपनी एक आदत बनाएं।
- काम करते समय, हर घंटे 10 सेकंड के लिए अपनी आंखें बंद करें।
- अंधेरे कमरे में स्क्रीन के उपयोग करने से बचें।
ये छोटी-छोटी आदतें आंखों को प्राकृतिक रूप से नम रखने में बड़ा फ़र्क डालती हैं।
4. ठंडी हवाओं के संपर्क में आने से बचें
सर्दियों की हवाओं के सीधे संपर्क में आने से आंखों का सूखापन बढ़ सकता है। अतः आपको ठंडी हवाओं से अपनी आखों को बचाना चाहिए। ठंड में बाहर अपनी आंखों को कैसे बचाएं:
- बाहर जाते समय सनग्लास पहनें
- बेहतर सुरक्षा के लिए wrap-around frames चुनें
- अपनी आंखों को सीधी हवा से बचाने के लिए स्कार्फ से अपना चेहरा ढकें।
आसान बचाव के तरीके नमी बनाए रखने और आंसुओं को तेजी से सूखने से रोकने में मदद करते हैं।
5. आंखों के आस-पास शुद्ध नारियल तेल लगाएं
नारियल का तेल एक प्राकृतिक लुब्रिकेंट और मॉइस्चराइज़र है। यह आंसुओं को निकलने से रोकने में मदद करता है और आंखों के आस-पास की इरिटेटेड स्किन को आराम देता है।
कैसे इस्तेमाल करें
- थोड़ा सा शुद्ध, कोल्ड-प्रेस्ड नारियल तेल लें।
- इसे अपनी आंखों के आस-पास (आंखों के अंदर नहीं) धीरे से मसाज करें।
- अच्छे एब्ज़ॉर्प्शन के लिए इसे रात भर लगा रहने दें।
यह प्राकृतिक नुस्खा भारतीय घरों में बहुत इस्तेमाल होता है और सर्दियों में रूखेपन के लिए सुरक्षित है।
6. कैफीन और अल्कोहल का सेवन कम करें
कैफीन और अल्कोहल नैचुरल डिहाइड्रेटर का काम करते हैं। ज़्यादा सेवन करने से शरीर में फ्लूइड लेवल कम हो सकता है और आंखों का सूखापन और बढ़ सकता है।
टिप्स
- चाय और कॉफी की मात्रा दिन में 1-2 कप तक कम करें।
- अगर आप कैफीन वाले ड्रिंक्स पीते हैं तो ज़्यादा पानी पिएं।
- सर्दियों में कैमोमाइल, तुलसी या अदरक वाली चाय जैसी हर्बल चाय पीना पसंद करें।
- कैफीन का सेवन बैलेंस करने से आंखों की नमी में काफी सुधार हो सकता है।
7. आंखों के स्वास्थ के लिए अच्छा खाना खाएं
आपका खान पान आंखों को हेल्दी रखने में बहुत अहम भूमिका निभाती है। नैचुरल लुब्रिकेशन के लिए इन चीज़ों को अपने नियमित खान पान में शामिल करें:
- विटामिन A से भरपूर खाना खाए : गाजर, पालक, कद्दू, शकरकंद
- विटामिन C से भरपूर खाना खाए : आंवला, संतरा, अमरूद
- हाइड्रेटिंग खाना खाए : खीरा, नारियल पानी
- जिंक से भरपूर खाना खाए : छोले, नट्स, बीज
पौष्टिक खाना आंसू की ग्लैंड को पोषण देता है और सर्दियों में प्राकृतिक नमी बनाए रखने में मदद करता है।
8. आखों के लिए योग और रिलैक्सेशन टेक्नीक की प्रैक्टिस करें
आखों के लिए योग करने से रक्त का संचालन बेहतर होता है और टियर ग्लैंड्स को भी स्टिमुलेट करता है।
आंखों की आसान एक्सरसाइज में शामिल हैं:
- आंखों को क्लॉकवाइज़ और एंटीक्लॉकवाइज़ घुमाना
- हाथों को रगड़कर आंखों पर रखना
- धीरे-धीरे ऊपर और नीचे देखना
- 30 सेकंड के लिए धीरे-धीरे पलकें झपकाना
- रोज़ाना सिर्फ़ 5-7 मिनट सर्दियों में आंखों का तनाव और सूखापन कम कर सकते हैं।
9. सर्दियों में कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल कम करें
कॉन्टैक्ट लेंस अक्सर आँखों से प्राकृतिक नमी सोख लेते हैं। सर्दियों में यह दिक्कत और बढ़ जाती है।
लेंस इस्तेमाल करने वालों के लिए टिप्स:
- सूखे या हवा वाले दिनों में चश्मा पहनें।
- ज़रूरत हो तो प्रिज़र्वेटिव-फ्री लुब्रिकेटिंग ड्रॉप्स का इस्तेमाल करें।
- लेंस लगाकर कभी न सोएं।
- लेंस से ब्रेक लेने से आपकी आँखों को प्राकृतिक रूप से ठीक होने का समय मिलता है।
10. गर्मी की चीज़ों से दूरी बनाए रखें
चाहे वह रूम हीटर हो, गैस बर्नर हो, या कार ब्लोअर हो, सीधी गर्मी से टियर फिल्म सूख जाती है।
क्या करें:
- हीटर से कम से कम 4–5 फ़ीट की दूरी बनाए रखें।
- गर्म हवा वाले ब्लोअर के ठीक नीचे बैठने से बचें।
- हीटिंग डिवाइस का इस्तेमाल मीडियम लेवल पर करें।
- अपनी आँखों को गर्म हवा से बचाने से प्राकृतिक नमी बनी रहती है।
11. सही नींद का शेड्यूल बनाए रखें
नींद आपकी आँखों को ठीक होने, नमी भरने और पलकों की ग्रंथियों को आराम देने में मदद करती है। जब आप कम सोते हैं, तो आपकी आँखों को काफ़ी आँसू बनाने में मुश्किल होती है।
अपनी आँखों को हेल्दी, मज़बूत और अच्छी तरह से लुब्रिकेटेड रखने के लिए हर रात 7–8 घंटे की नींद का लक्ष्य रखें।
आपको डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
ज़्यादातर लोगों के लिए प्राकृतिक इलाज काम करते हैं, लेकिन आपको आँखों के डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए अगर:
- सूखापन 2–3 हफ़्ते से ज़्यादा रहे
- आपको आँखों में बहुत ज़्यादा लालिमा या दर्द हो
- नज़र धुंधली हो जाए
- आपको जलन हो जो ठीक न हो
- आपकी आँखों से बहुत ज़्यादा पानी आता है लेकिन फिर भी सूखा महसूस होता है
- क्रोनिक ड्राई आई के लिए मेडिकल ट्रीटमेंट या खास आई ड्रॉप्स की ज़रूरत हो सकती है।
निष्कर्ष
सर्दियों में आंखों का सूखना बहुत आम है, लेकिन अच्छी खबर यह है कि ज़्यादातर मामलों को प्राकृतिक रूप से मैनेज किया जा सकता है। जीवनशैली में आसान बदलाव करके — जैसे हाइड्रेटेड रहना, न्यूट्रिएंट्स से भरपूर खाने का सेवन करना, अपनी आंखों को हवा से बचाना, और गर्म सिकाई करना — आप पूरे मौसम में अपनी आंखों को नम और आरामदायक रख सकते हैं। ये उपाय सुरक्षित, आसान और भारतीय घरों के लिए एकदम सही हैं, जहां सर्दियों में बहुत ज़्यादा सूखापन हो सकता है।
अगर लक्षण बने रहते हैं या बिगड़ जाते हैं, तो प्रोफेशनल मदद लेना हमेशा सही ऑप्शन होता है। आपकी आंखों को लगातार देखभाल की ज़रूरत होती है, खासकर कड़ाके की सर्दी के महीनों में। आँखों के बारें में अधिक जानकरी के लिए आज ही Eye Doctor से संपर्क करें।
